आगरा। साहित्यिक व सांस्कृतिक संस्था "स्वरांजलि" ने आज राष्ट्र रक्षा में लगे चिकित्सकों, पुलिसकर्मियों ,सफाई कर्मियों, बैंकरों आदि के सम्मान में आज एक ऑनलाइन ऑडियो कवि सम्मेलन का आयोजन किया। सम्मेलन में नगर के वरिष्ठ साहित्यकारों ने कर्मवीरों को कविताओं के माध्यम से साधुवाद दिया और उन पर हो रहे हमलों की भर्त्सना की।
सम्मेलन की अध्यक्षता पूर्व न्यायाधीश व साहित्यकार एस एस यादव ने की व संयोजन किया शिक्षाविद व साहित्यकार डॉ पुनीता पचौरी ने।
कवियों ने "स्वरांजलि" वाट्सएप समूह के पटल पर ऑडियो के माध्यम से अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं। डॉ पुनीता पचौरी ने " इस अपरिचित युद्ध के रणबांकुरो तुमको नमन,जीते जी करदी जिन्होंने जिंदगी अपनी हवन" पँक्तियों से राष्ट्ररक्षकों को नमन किया तो पूर्व न्यायाधीश व साहित्यकार श्री एस एस यादव ने" आओ घरों में बैठे हम लोग दुआ में हाथ उठाएं उन सब की सलामती के लिए ।अपने अपने घरों को छोड़कर जो बाहर खड़े हैं हमारी हिफाजत के लिए।" पँक्तियों से कर्मवीरों की सलामती के लिए दुआ की।
कवि सर्वज्ञ शेखर ने राष्ट्र रक्षकों पर हो रहे हमलों की निंदा करते हुए अपनी कविता में कहा "उर व्यथित मन दुखी हो जाता
इन पर हो हमला बिना वजह,
राष्ट्र विरोधी हरकत है ये
अक्षम्य अपराध भी है यह।"
आज के सम्मेलन की शुरुआत की शिक्षक नेता व कवि आमोद कुमार जी ने।आपने चेताया कि अभी भी समय है कि प्रकृति पर प्रहार न करो और कोरोना से बचो। डॉ शिखरेश तिवारी ने अपनी रचना में कहा कि पुरानी जीवन शैली व भारतीय संस्कृति पर वापस आना ही कोरोना का उपचार है। हरविंदर सिंह ने लौकडाउन पर सकारात्मक दृष्टिपात करते हुए कहा "इस माहौल में घर पर रहना ही सच्ची इबादत है।"
वरिष्ठ चिकित्सक व साहित्यकार डॉ अशोक विज,जयप्रकाश विलक्षण, नेहा अग्रवाल तमन्ना, लोकेश रुहेला "कैफ", डॉ ममता भारती, रितु अस्थाना,डॉ रागिनी बाजपेयी, बबिता वर्मा, रेनू सिंह जादौन,डॉ हेमलता, राजकुमारी चौहान,रेनू शर्मा व चारु मित्रा ने भी सम्मेलन में भाग लिया।
सादर
- सर्वज्ञ शेखर
आगरा
No comments:
Post a Comment