सिद्धार्थ नगर :अप्रैल माह शुरू हो गया है बह रहे तेज पछुआ से गेहूं के खेत पककर तैयार हो रहे हैं। खेतों के ऊपर से लटक रहे बिजली के नंगे तारों से खतरा बना हुआ है।
हर वर्ष अगलगी की घटना से जिला कांप पड़ता है । अगर कुछ माननीय गलतियों को दरकिनार कर दिया जाए तो ज्यादातर घटनाएं बिजली के तारों से स्कार्फ होने से होती है । 11000 बोल्ट के साथ जिले के कई जगहों पर बहुत नजदीक झूलते नजर आते हैं। हमेशा खतरा बनी इन तारों पर कभी विभाग की नजर नहीं पड़ती है। तेज बह रहे पछुआ से पुराने तारों में जंग लगने के वजह से चिंगारी पैदा होती है जो इलाके का इलाका जला देती है। पथरा बाजार हैडिल क्षेत्र में कई स्थानों पर 11000 बोर्ड का बिजली का नंगा तार झुक गया है। गौरी पाठक ग्राम में इतना नजदीक आ गया है कि खेत में ट्रैक्टर ले जाने लायक नहीं है। ठीक वही दशा खोरिया ग्राम सभा में खोरिया- भारत भारी मार्ग के पास है । जिले के कई क्षेत्रों में ऐसी घटनाएं देखी जा रही हैं। बिजली का बकाया बिल लेने घर तक पहुंचने वाले बिजली विभाग के जिम्मेदारों का इस पर निगाह नहीं पड़ रहा है। अप्रैल महीने में दोपहर को भी विद्युत की सप्लाई जारी है। ऐसा नहीं है कि लोगों ने बिजली के हाई वोल्टेज नंगे तारों के झुकने की शिकायत ना पहुंचाई हो। जिम्मेदार कभी इन तारों पर ध्यान नहीं दिए हैं जिनका परिणाम गरीब किसान भुगतते हैं ।इस बारे मे मित्र संघ के राष्ट्रीय महासचिव राम अशीष पाठक का कहना है कि जब तक गेहूं कट कर घर ना आ जाए दोपहर में ग्रामीण क्षेत्रों के लिए विद्युत आपूर्ति रोक देनी चाहिए।
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