बांसी। तहसील क्षेत्र के मिठवल ब्लाक कृषि गोदाम प्रतापुर पर सोमवार को दर्जनों किसान अपना नाम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के रुप में मिल रहे 2000 हजार रुपये के कारण ब्लाक परिसर में जमा रहे और जिम्मेदार नजर नहीं आए।
किसान सम्मान निधि में लेखपालों के द्वारा जबरदस्त मनमानी किया गया है जिनका सुविधा शुल्क मिल गया उनका नाम डाल दिया नहीं तो इन लाइन के ऊपर किसानों को ठेल दिया। आन लाइन का कागज हाथ में लेकर कई किसान दर दर भटकने पर मजबूर हैं। इस बीच में लाक डाउन की स्थित पैदा होने के बाद किसान और परेशान हो गए।सोमवार को कुछ किसानों अपने किसान सम्मान निधि की फीडिंग व कमीयों को दुरूस्त कराने के लिए इकट्ठा हो गए। मटका फूटा बिल्ली के भाग्य से वाली कहावत यहां लागू हो रहा है । दिन में 11.00 तक भूखे प्यासे किसान इधर उधर साहब लोगों को खोजते दिखलाई पड़े। इस बारे में कृषि निदेशक सिद्धार्थ नगर का मोबाइल नहीं उठा।
हिन्दी दैनिक उमेश वाणी समाचार पत्र(सिद्धार्थ नगर उत्तर प्रदेश)
Monday, 11 May 2020
किसान सम्मान निधि में नाम बढ़वाने व कमीयों को सही कराने के लिए जुटे किसान, अधिकारी गायब
उमेश प्रताप सिंह और रवि अग्रवाल ने पेश की मानवता की मिसाल
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