संस्कृत शिक्षक संघ सिद्धार्थनगर अध्यक्ष ओम प्रकाश पाठक व अन्य जनपदों के संस्कृत शिक्षक संघों व प्रधानाचार्य बृजेश कुमार पाण्डेय श्री वीरा बाबा राम दुलारे शुक्ल नेताजी सुभाष चन्द्र बोस संस्कृत माध्यमिक विद्यालय मेहदूपार संतकबीरनगर तथा बोर्ड के सम्मानित सदस्यों समेत अध्यक्ष उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान वाचस्पति मिश्र द्वारा मांग की गई थी कि यूपी बोर्ड की तरह संस्कृत विद्यालयों के छात्रों को भी 6 7 8 9 एवं 11 के समस्त छात्रों को अगली कक्षा में प्रोन्नत किये जाने का आदेश आराधना शुक्ला प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश शासन ने शिक्षा निदेशक माध्यमिक एवं अध्यक्ष उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद लखनऊ को पत्रांक संख्या माध्यमिक शिक्षा विभाग में संस्कृत शिक्षा विभाग लखनऊ दिनांक 12 मई 2020 को आदेश निर्गत कर सत्र नियमित रखने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद लखनऊ द्वारा संचालित संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों में वर्ष 2019 के शैक्षिक सत्र की प्रथमा प्रथम द्वितीय तृतीय उत्तर मध्यमा प्रथम 6, 7, 8 ,9 कक्षा 11 के समस्त छात्र छात्राओं को अगली कक्षा में प्रोन्नत किए जाने का आदेश निर्गत किए जाने कि मांग किया गया था जिसे मान लिया गया है जिसका संस्कृत शिक्षक संघ सिद्धार्थनगर व अन्य जनपदों के शिक्षक संगठन समेत वृजेश कुमार पाण्डेय प्रधानाचार्य श्री वीरा बाबा राम दुलारे शुक्ल नेताजी सुभाष चन्द्र बोस संस्कृत माध्यमिक विद्यालय मेहदूपार संतकबीरनगर उक्त आदेश का किया स्वागत
उमेश वाणी हिंदी दैनिक समाचार पत्र दिनांक 7 मई 2020 पेज चार पर प्रकाशन हुआ था जिसका उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा आराधना शुक्ला प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश शासन ने लिया संज्ञान
पूर्वनिर्धारित संस्कृत विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया था बाद में राजकीय विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाए जाने हेतु मांगा गया था प्रस्ताव राजकीय विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाए जाने पर संस्कृत शिक्षकों ने किया था विरोध जिसका नहीं लिया संज्ञान तथा पूर्व निर्धारित केंद्र संस्कृत विद्यालयों पर ही परीक्षा संपन्न कराई जाए ना कि राजकीय पर जिसका उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा व आराधना शुक्ला प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश शासन ने आधा अधूरा ही लिया संज्ञान
उक्त आशय की जानकारी प्रधानाचार्य बृजेश कुमार पाण्डेय ने दी और मांग की है कि जिस तरह संस्कृत विद्यालयों के छात्रों को अगली कक्षा में प्रोन्नत किए जाने की मांग शासन द्वारा मान लिगयी है उसी तरह पूर्व निर्धारित संस्कृत विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया था उन्हीं विद्यालयों पर परीक्षा संपन्न कराई जाए जो प्रस्ताव शासन ने मांगे थे कि राजकीय विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाए जाने का प्रस्ताव भेजा जाए जिसे निरस्त किए जाने की आवश्यकता है इसी के साथ साथ आप सभी मीडिया बंधुओं को हम शिक्षक जनों की आवाज शासन स्तर तक पहुंचाने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद जयतु संस्कृतम् जयतु भारतम्
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