Tuesday, 26 May 2020

यूटा ने बेसिक में सतत ऑनलाइन शिक्षण को समाज के लिए बताया आवश्यक; सचिव को लिखा पत्र

आगरा: वर्तमान में देश हेल्थ इमरजेंसी के दौर से गुजर रहा है । सरकार “वर्क फ्रॉम होम” के सिद्धांत के तहत शिक्षा हित में ऑनलाइन शिक्षण बेसिक के शिक्षकों से करवा रही है । यह शिक्षण कार्य 30 जून 2020 तक किया जाना है । शासन द्वारा सभी शिक्षकों/ कर्मचारियों/ अधिकारियों को ससमय पूर्ण वेतन का भुगतान किया जा रहा है । जिससे उनके समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न न हो । कोविड-19 महामारी से चिकित्सा व्यवस्था समुचित करने के लिये कुछ भत्तों में कटौती भी परिस्थिति वश की गई है । शासन की पहल का समर्थन करते हुए यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) की प्रदेश समिति द्वारा बेसिक शिक्षा परिषद, प्रयागराज को पत्र लिखा है, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र प्रताप सिंह ने पत्र द्वारा सचिव, बेसिक शिक्षा को अवगत कराया है कि यूटा से जुड़े हुये शिक्षक उक्त आदेशों के खिलाफ नहीं हैं । यूटा सरकार के निर्देशों और निर्णयों के पूर्णतः साथ है । ऑनलाइन शिक्षण 30 जून 2020 तक किये जाने के लिये किसी भी प्रकार के प्रतिकर अवकाश की माँग किया जाना गलत है क्योंकि शिक्षकों का कार्य ही शिक्षण करना है, शिक्षण सतत रहने से ही समाज को लाभ मिल सकेगा । कुछ लोग प्रतिकर अवकाश की माँग कर रहे हैं, दरअसल वे लोग शिक्षकों को गुमराह कर, भड़का कर, उनसे चन्दा वसूली की फिराक में हैं, जैसा कि वे वर्षों से करते आ रहे हैं । यूटा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शिवराज सिंह सिकरवार ने अवगत कराया कि यूटा कभी भी कोई आन्दोलन करने में विश्वास नहीं रखता है । यूटा केवल भ्रष्टाचार के खिलाफ जनजागरण अभियान है ।


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