Wednesday, 3 June 2020

धान के नर्सरी के लिए किसान तैयार नहर पड़ी है सूखी

डुमरिया गंज / एक तरफ कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से दुनिया परेशान हलकान है। दाने-दाने को तरसते मजदूर, गरीब तथा अन्नदाता सरकार की मेहरबानी पर निर्भर है। वहीं दूसरी तरफ अपनी फसलों को कड़े परिश्रम और मेहनत से पैदा कर दुनिया का पेट भरने वाला अन्नदाता सूखी पड़ी नहरो को देखकर चिंतित है   आपको बता दें कि, गाँव के किसान चतुरगुन मास्टर गोमती मौर्या सलाऊदीन अनसारी विश्वनाथ यादव भानू कहार हरिश्चंद्र मौर्या आदि का कहना है कि, धान के नर्सरी लगाने के लिए किसान तैयार पानी की आवश्यकता है, तो नहरों में पानी ही नहीं है। समय से नहरों में पानी नहीं आएगा तो फसलें प्रभावित होंगी। पिछली गेहूं की फसल अधिक बारिश होने के कारण बहुत अच्छी नहीं हुई है। किसानों का बहुत नुकसान हो गया है। वहीं लगभग तीन महीने से लाक डाउन की स्थिति में घर में जो बची धनराशि थी, वह बहुत पहले ही समाप्त हो चुकी है। एक एक रुपए को तरसते किसानों को भविष्य की चिंता सता रही है।विभाग की लापरवाही के चलते समय से नहरों में पानी ना आना चिंता का विषय बना हुआ है।किसानों की मूलभूत आवश्यकता नहरो  में पानी की है। जिसे विभाग को अतिशीघ्र पूरी करते हुए नहरों में पानी छोड़ना चाहिए इस बारे में जनकारो ने बताया कि काजी रूधौली के पास हायवे पर पुल तैयार किया जा रहाँ है! सरयू नहर के जेई अमरेन्द्र पटेल ने कहाँ की रोस्टर के अनुसार पन्द्रह तारीख से नहरें चलना सुरु हों जाएंगीं बन रहे पुल के बारे में पूछने पर कहाँ कि तब तक पुल बन जाऐगा किसानों को समय से पानी मिलेंगा!! 


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