Monday, 5 October 2020

पत्रकारों की सुरक्षा के लिए सरकार अविलंब बनाए कानून -ऋतेश वाजपेयी


बांसी । लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को अब सुरक्षा की दरकार हो गई है इसके लिए सरकार को चाहिए कि जर्नलिस्टों को सुरक्षा देने संबंधी कानूनी प्रावधानों को बना कर अविलंब लागू करे।उपरोक्त बातें वरिष्ठ पत्रकार व ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन से जुड़े बांसी तहसील के रितेश बाजपेई ने एक वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि विगत कुछ वर्षों के दौरान पत्रकारों के ऊपर हमलों की घटना मे वृद्धि हुई है।ऐसी स्थिति मे उनका बीमा कराने की जिम्मेदारी सरकार को उठानी होगी। कोरोना वालंटियर्स की भूमिका ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकार निभा रहे हैं ।मीडिया के शिथिल होते ही शोषण कर रही वृत्तियाँ तेजी से हावी हो जाते हैं ।व्यक्ति और भोगवादी दौर मे निष्पक्ष समाचार इकट्ठा करना चुनौती है।हकीकत है कि शोषितों, यतीमों असहायों की आवाजों सहित समाज के प्रत्येक क्षेत्रों पर पैनी निगाह रखने का कार्य पत्रकार ही कर सकता है।सरकार द्वारा जारी योजनाओं का लाभ आज भी ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकारों को नहीं मिल पा रहा है। शोषित और शोषक के बीच डिस्टेंस तेजी से बढ रहा है।मुद्रा के विभाजन का सिद्धांत विकृति लोगों के द्वारा संचालित हो रही है।संगठन के माध्यम से पत्रकारों के हितों की रक्षा किया जाएगा।


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