Thursday, 26 November 2020

दबंगई से मुख्य मार्गों पर मनमाना किराया वसूल रहे हैं आटो चालक

सिद्धार्थनगरः आपदा अवसर की तरह होती है प्रधानमंत्री का कथन दबंग आटो चालकों ने सही साबित कर दिया है और अवसर को सही दिशा मे क्रियान्वयन करने वाले जिम्मेदार अपने अवसर मे लगे हैं। लाक डाउन के बाद से शुरू हुए आवागमन मे यात्रियों की कमी देखकर जिले की मुख्य मार्गो पर चलने वाली बसें बंद हो गई।इसका फायदा आटो चालकों और टैक्सी स्टैंड पर खडे दबंगो ने उठाया । सरकारी बसों के किराये के अनुपात मे दो से लेकर ढाई गुना किराया बढा दिया।इनके इस मनमानी को रोकने के लिए कोई मौजूद नहीं है।शोहरतगढ़ से खूनुवा 09 किलोमीटर किराया 30 रूपया, बांसी से मुख्यालय 22 किलोमीटर है। सरकारी बसों मे 24 रूपया किराया है।परन्तु प्राइवेट वाहन चालक 40 रूपये ले रहे हैं।इसी तरह बांसी से डुमरियागंज 30 किलोमीटर का 90 से 100रूपया वसूला जा रहा है।थोडे से भी संपन्न लोगों ने अपना वाहन खरीद लिया है परंतु काफी संख्या मे मौजूद गरीबों के आने जाने का साधन यही है।स्थिति है कि दवा ,मुकदमा,बैंक और रिश्तेदारों के यहां जाने के लिए गरीब कमजोर पुरुष और महिलाओं को निकलना पडता है।दबंगई का हाल है कि आटो चालकों का चलने वाला नम्बर बिक रहा है।डुमरियागंज मे 50 रूपये और बांसी मे 80 रूपये देकर आटो चालक नं लेते हैं।सूत्रों के मुताबिक इन कमजोर असहायों से वसूला हुआ धन स्थानीय सत्ताधीशों तक पहुंच रहा है।नियम है कि तयशुदा किराए से मात्र 10 प्रतिशत अधिक प्राइवेट वाहन वसूल सकते हैं।आटो चालक इस अवसर पर सारी गाइडलाइन को दरकिनार कर अपनी कमाई मे व्यस्त हो गए हैं।किराए अधिक लेने के बारे मे पूछने पर जवाब मिला कि सभी लोग ले रहे हैं। इस बारे मे आरटीओ पर्वतन से कहा गया, कई जगह कार्यवाही भी किया गया बावजूद रवैया जारी है।दैनिक चलने वालों मे राजकुमार ,इस्तियाक अहमद,राजकुमार,वंशमणि पाठक सहित कई लोगों ने चलने वाले प्राइवेट वाहन के लिए किराया संबधी गाइइनेस जारी करने की मांग की है।


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