सरताज आलम
शोहरतगढ़/सिद्धार्थनगर।
शोहरतगढ़ के माने जाने डा0 अंसारी हाॅस्पिटल के सर्जन डा0 सरफराज अंसारी की पत्नी सर्जन डा0 रूही परवीन ने बताया कि गर्म हवाओं से बचने के लिए खिड़की को रिफ्लेक्टर जैसे एल्युमीनियम पैंट्री, कार्डबोर्ड आदि से ढककर रखें, ताकि बाहर की गर्मी को अन्दर आने से रोका जा सकें। आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण लें। बच्चों तथा पालतू जानवरों को कभी भी बन्द वाहन में अकेला न छोड़ें।सन्तुलित, हल्का व नियमित भोजन करें और बासी खाने का प्रयोग कदापि न करें, मादक पेय पदार्थों का सेवन न करें। पेय पदार्थ जैसे लस्सी, छांछ, मट्टा, बेल का शरबत, नमक चीनी का घोल, नीबू पानी या आम का पना इत्यादि का प्रयोग करें। सर्जन डा0 रूही परवीन कि हीटवेब से बचाव को लेकर जनसामान्य के बीच जागरूता अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गर्मी में शरीर के द्रव्य बॉडी फ्ल्यूड सूखने लगते हैं। शरीर में पानी, नमक की कमी होने पर लू लगने का खतरा ज्यादा रहता है। शराब की लत, हृदय रोग, पुरानी बीमारी, मोटापा, पार्किंसस रोग, अधिक उम्र, अनियंत्रित मधुमेह वाले व्यक्तियों को लू से विशेष बचाव करने की जरूरत है। इसके अलावा डॉययूरेटिक, एंटीस्टिमिनक, मानसिक रोग की औषधि का उपयोग करने वाले व्यक्ति भी लू से सावधान रहें। बताया कि गर्म, लाल, शुष्क त्वचा का होना, पसीना न आना, तेज पल्स होना, उल्टे श्वास गति में तेजी, व्यवहार में परिवर्तन, भ्रम की स्थिति, सिरदर्द, मिचली, थकान और कमजोरी का होना या चक्कर आना, मूत्र न होना अथवा इसमें कमी आदि मुख्य लक्षण हैं। इन लक्षणों के चलते मनुष्यों के शरीर के उच्च तापमान से आंतरिक अंगों, विशेष रूप से मस्तिष्क को नुकसान पहुंचता है। इससे शरीर में उच्च रक्तचाप उत्पन्न हो जाता है।
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