* प्रधान व गांव के दर्जनों ने कहा चिनकू गौतम मेरे गांव का निवासी नहीं है। कईयों ने दबी जुबान से कहा ये नेपाली नागरिक है - जांच की मांग
बढनी/सिद्धार्थनगर।
नेपाल सीमा के भारतीय गांवों कस्बों मे फर्जी आधार कार्ड से सरकारी निवास प्रमाणपत्र बनवाकर जमीन खरीदकर भारत के जनपद सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ तहसील क्षेत्र के बढनी, कोटिया, अलीगढवा, खुनुवां क्षेत्र मे बसने का सिलसिला जारी है। अभी कुछ दिन पहले सिद्धार्थनगर जिले की तेजतर्रार पुलिस कप्तान प्राची सिंह ने कोटिया से फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले रैकेट का पर्दाफाश करके दो आरोपियों को जेल भेजा है। नेपाल से आकर फर्जी आईडी बनवाकर कोटिया मे नेपालियों के जमीन खरीदकर बस जाने की संख्या इतनी अधिक हो गई है कि कोटिया को अब मिनी नेपाल कहा जाता है। ताज़ा मामला बढनी के बगल गजेहडी उर्फ मधवानगर गांव का प्रकाश मे आया है, उक्त गांव में अपने को बसोवासी बताकर तहसील शोहरतगढ के एसडीएम व अधीनस्थ कर्मचारियों को गुमराह कर फर्जी आधार आदि दिखाकर पक्का निवास प्रमाणपत्र संख्या 541222022265 बनवाकर अब गांव मे जमीन खरीदने के लिए भाग-दौड़ करने का समाचार प्राप्त हुआ है। गांव वालों को जानकारी होने पर लोगों ने प्रधान शारदा देवी व प्रतिनिधि राधेश्याम से विरोध दर्ज करवाया प्रधान व प्रतिनिधि राधेश्याम ने उक्त नाम के आदमी को अपने गांव का निवासी होने से इन्कार करते हुए उक्त निवास प्रमाणपत्र को फर्जी बताया। जिसको गजेहडी उर्फ मधवानगर के सम्मानित जागरूक दर्जनों निवासियों भोला पाण्डेय, सुदामा यादव, गौतम द्विवेदी, शंकर गौतम, जयप्रकाश चौधरी, कृष्ण मोहन चौधरी, अर्जुन, बजरंगी गुप्ता आदि ने भी उक्त चिनकू गौतम पुत्र स्व0 रामप्रसाद गौतम माता गीता गौतम को अपने यहां का निवासी होने से इन्कार करते हुए उक्त निवास प्रमाणपत्र को फर्जी की संज्ञा देते हुए सिद्धार्थनगर के लोकप्रिय डीएम डा0 राजागणपति आर0 से गहन जांच कर दोषी पाये जाने पर सम्बन्धित दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है। जिससे कोई भी भविष्य मे किसी विदेशी को भारतीय नागरिक बनाने मे मदद करने की जुर्रत न कर सकें। उक्त सम्बन्ध मे गांव के लेखपाल ओम प्रकाश मो0- 9695489556 पर उक्त सम्बन्ध मे उनका पक्ष जानने का कई बार प्रयास किया पर उन्होंने फोन नही उठाया।
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