सरताज आलम
शोहरतगढ़़/सिद्धार्थनगर।
डा0 एस0के0 जायसवाल
जनपद में कैंसर से कैसे बचे ? कैंसर एक बहुत बड़ी स्वस्थ समस्या बनकर उभर रहा है, कैंसर रोगियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। साल 2002 में होने वाली कुल मौतों में कैंसर 7 वे स्थान पर था, लेकिन आज यह हृदय रोग से होने वाली मौतों के बाद दूसरे स्थान पर है। भारत में बढ़ते कैंसर रोगियों की वजह से इस समय भारत को "कैंसर राजधानी" कहा जा रहा है। उक्त जानकारी डॉ0 सुनीता जायसवाल मेमोरियल हास्पिटल एण्ड लैप्रोस्कोपिक एवं फ्रैक्चर क्लिनिक के डायरेक्टर डा0 एस0के0 जायसवाल ने दीपावली पर्व सायं को मीडिया से कहीं। उन्होंने दीपावली पर्व पर परिजनों, रिश्तेदारों, मित्रों एवं जानने व पहचानने वालों, क्षेत्रवासियों, तहसील वासियों सहित जनपदवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। डा0 एस0के0 जायसवाल द्वारा क्षेत्रवासियों सहित जनपदवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।वहीं आगे डा0 श्री जायसवाल ने कहा कि कैंसर का सबसे बड़ा कारण हमारी ख़राब दिनचर्या, गलत खानपान और प्रदुषण है। कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को रोकने के सिर्फ दो तरीके है - पहला की कैंसर हो ही न दूसरा अगर हो तो प्राथमिक अवस्था में पता चल पाये जिससे उसका पूरा इलाज हो पायें। यहां कुछ महत्वपूर्ण उपाय दिये गये हैं जो कैंसर के बचाव में सहायक हो सकते हैं :-
फल और सब्जियां खायें। इनमें एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन्स होते हैं जो शरीर की कोशिकाओं को स्वस्थ रखते हैं। साबुत अनाज और फाइबर युक्त भोजन खायें। साबुत अनाज और फाइबर युक्त भोजन का सेवन करें, जिससे पाचन तन्त्र स्वस्थ रहता है। प्रोसेस्ड और रेड मीट से बचें। प्रोसेस्ड मीट और रेड मीट के अत्यधिक सेवन से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। इसके बजाय प्रोटीन के लिए मछली, अण्डे और दालों का सेवन करें। शक्कर और नमक का कम सेवन करें। अधिक शक्कर और नमक का सेवन भी कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है।
* नियमित शारीरिक गतिविधि (Exercise) -
रोज़ाना कम से कम 30 मिनट का व्यायाम कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करता है। व्यायाम से शरीर का वजन नियन्त्रित रहता है और हार्मोन संतुलित रहते हैं, जिससे कैंसर के खतरे में कमी आती है। चलना, दौड़ना, योग और तरीके जैसे व्यायाम कैंसर से बचाव में सहायक होते हैं।
धूम्रपान और तम्बाकू से परहेज करें -
तम्बाकू और धूम्रपान से फेफड़ों, मुंह, गले, और पाचन तन्त्रों के कैंसर का खतरा बढ़ता है। इसलिए, तम्बाकू से पूरी तरह से दूर रहना जरूरी है।
* शराब का सेवन सीमित करें -
शराब का सेवन विभिन्न प्रकार के कैंसर जैसे लिवर, ब्रेस्ट, और पेट के कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है। इसलिए शराब का सेवन न करने या इसे सीमित करने की सलाह दी जाती है। या इसे सीमित करने की सलाह दी जाती है।
* सूरज की किरणों से बचाव करें -
सूरज की अल्ट्रावायलेट (UV) किरणें त्वचा कैंसर का मुख्य कारण होती हैं। इसके लिए धूप में बाहर निकलते समय सनस्क्रीन का उपयोग करें। सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक धूप से बचने की कोशिश करें। धूप में जाने पर टोपी और ढीले कपड़े पहनें जो त्वचा को कवर करें।
* टीकाकरण (Vaccination) -
कुछ वायरस जैसे ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV) और हेपेटाइटिस B कैंसर के कारण बन सकते हैं। इनके लिए टीकाकरण कराने से कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। जैसे - HPV वैक्सीन : सर्वाइकल कैंसर के खतरे को कम करता है। हेपेटाइटिस B वैक्सीन : लिवर कैंसर के खतरे को कम करता है।
* नियमित स्वास्थ्य जांच -
समय-समय पर स्क्रीनिंग और स्वास्थ्य जांच कराते रहें। इससे किसी भी प्रकार की असामान्यता का जल्द पता लगाया जा सकता है और समय पर उपचार शुरू किया जा सकता है। ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, कोलोन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर के लिए नियमित स्क्रीनिंग आवश्यक है।
* तनाव को कम करें -
अत्यधिक तनाव शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकता है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। ध्यान, योग, और पर्याप्त नींद लेकर मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है।
* स्वच्छता और संक्रमण से बचाव -
स्वच्छता बनायें रखें और संक्रमण से बचाव करें, क्योंकि कुछ संक्रमण भी कैंसर का कारण बन सकते हैं। जैसे कि हेलिकोबैक्टर पाइलोरी (H.pylori) के कारण पेट का कैंसर हो सकता है।
* सुरक्षित यौन सम्बन्ध और सुई का उपयोग सावधानी से करें -
सुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाएं और संक्रमित सुइयों का उपयोग न करें। इससे एचपीवी और एचआईवी जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है, जो कुछ प्रकार के कैंसर का कारण बन सकती हैं। कैंसर से बचाव के लिए स्वस्थ जीवनशैली को अपनाना, नियमित जांच कराना और जोखिम कारकों से बचना अत्यन्त आवश्यक है।
* जागरूकता और सुरक्षित यौन सम्बन्ध और सुई का उपयोग सावधानी से करें -
सुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाएं और संक्रमित सुइयों का उपयोग न करें। इससे एचपीवी और एचआईवी जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है, जो कुछ प्रकार के कैंसर का कारण बन सकती हैं। कैंसर से बचाव के लिए स्वस्थ जीवनशैली को अपनाना, नियमित जांच कराना और जोखिम कारकों से बचना अत्यन्त आवश्यक है। जागरूकता और सावधानी से हम कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
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